💖 लाड़ली योजना 2008 – बेटियों को सशक्त बनाने की दिशा में एक अहम कदम
📅 शुरुआत का वर्ष: 2008
🏛 शुरू की गई: दिल्ली सरकार द्वारा
🎯 उद्देश्य: बालिकाओं को जन्म से लेकर शिक्षा तक आर्थिक सहायता देना
लाड़ली योजना 2008 की शुरुआत दिल्ली सरकार ने वर्ष 2008 में की थी। इस योजना का मकसद बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करना, शिक्षा को बढ़ावा देना और समाज में बेटियों की स्थिति को सशक्त बनाना है।
🔍 पात्रता (Eligibility)
- दिल्ली की स्थायी निवासी बालिका
- परिवार की वार्षिक आय ₹1 लाख से कम
- माता-पिता का दिल्ली में वोटर ID होना आवश्यक
- बालिका का नाम जन्म के 1 वर्ष के भीतर दर्ज होना चाहिए
- मान्यता प्राप्त स्कूल में अध्ययनरत हो
💰 लाभ (Benefits)
लड़कियों को जीवन के विभिन्न चरणों में सहायता दी जाती है:
चरण | राशि |
---|---|
जन्म पंजीकरण | ₹10,000 (घरेलू) / ₹11,000 (अस्पताल) |
कक्षा 1 | ₹5,000 |
कक्षा 6 | ₹5,000 |
कक्षा 9 | ₹5,000 |
कक्षा 10 | ₹5,000 |
कक्षा 12 | ₹5,000 |
यह राशि LIC में जमा होती है और 18 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद प्रदान की जाती है।
📑 आवश्यक दस्तावेज़
- जन्म प्रमाण पत्र
- स्थायी निवास प्रमाण पत्र
- माता-पिता का वोटर ID
- आय प्रमाण पत्र
- स्कूल प्रमाण पत्र
- बैंक विवरण
📝 आवेदन कैसे करें
- नजदीकी महिला और बाल विकास कार्यालय जाएं
- या ऑनलाइन e-District पोर्टल पर आवेदन करें
- फॉर्म भरें और सभी दस्तावेज़ संलग्न करें
- जांच के बाद आवेदन स्वीकार किया जाएगा
🎯 योजना के लाभ
- बेटियों के प्रति सोच में सकारात्मक बदलाव
- शिक्षा में वृद्धि
- कन्या भ्रूण हत्या में कमी
- आर्थिक सशक्तिकरण
🗣 निष्कर्ष
लाड़ली योजना दिल्ली सरकार की एक सराहनीय योजना है जिसने हजारों बेटियों को आत्मनिर्भर बनने में मदद की है। अगर आप पात्र हैं, तो इस योजना का लाभ जरूर उठाएं।